अंतिम संस्कार के दौरान भी आक्रोशित लोगों ने लगाए नारे, उदयपुर में आज भी इंटरनेट सेवाएं बंद, स्कूल-कॉलेजों की छुट्टी
Ola times / उदयपुर।
Udaipur में चाकूबाजी में घायल स्टूडेंट देवराज ने रक्षाबंधन के दिन सोमवार शाम को दम तोड़ दिया। मृतक का मंगलवार को कड़ी सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार किया गया। पिता और चचेरे भाई ने मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार के दौरान लोगों ने नारेबाजी भी की। इससे पहले अलसुबह 4.30 बजे बच्चे का शव परिजनों को सौंपा गया था। दरअसल, 16 अगस्त को उदयपुर में हुई चाकूबाजी की घटना में घायल हो गया था और अस्पताल में भर्ती था।
सुबह करीब सात बजे मृतक के घर से शवयात्रा निकाली गई। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। अंतिम यात्रा में उदयपुर रेंज IG अजयपाल लांबा समेत कई बड़े अधिकारी मौजूद रहे।
ड्रोन से अंतिम संस्कार की निगरानी की गई। अंतिम यात्रा के पूरे रास्ते पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। उदयपुर शहर में आज भी इंटरनेट बंद रहेगा। स्कूल-कॉलेजों में भी छुट्टी है। समाज के नेताओं ने सभी से शांति की अपील की है।
इन मांगों पर सहमति
सोमवार रात तक स्टूडेंट के अंतिम संस्कार को लेकर प्रशासन और परिजन के बीच लंबी बातचीत हुई थी। तीन मांगों पर सहमति के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए। इनमें 51 लाख रुपए की आर्थिक सहायता, परिवार के 1 सदस्य को संविदा पर नौकरी और SC-ST एक्ट मामले में कार्रवाई की मांग शामिल है।
मौत की खबर फैलते ही बाजार बंद, सड़कों पर पसरा सन्नाटा
सोमवार (19 अगस्त) दोपहर 3 बजे उदयपुर शहर में रक्षाबंधन की रौनक दिख रही थी, टूरिस्टों की भी अच्छी खासी संख्या थी। शाम करीब 4.30 स्टूडेंट की मौत की खबर फैलते ही अचानक 6 से ज्यादा बाजार बंद हो गए, सड़कें कुछ मिनटों में सुनसान हो गईं कुछ लोगों ने शहर में कर्फ्यू की भी अफवाह फैला दी। फिर पुलिस ने मोर्चा संभाला और जगह-जगह इकठ्ठा हो रहे लोगों को खदेड़ा।
पुलिस-प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने शांति का प्रयास किया
शाम करीब 5 बजे एमबी हॉस्पिटल के गेट नंबर 1, 2 व 3 पर बड़ी संख्या में हथियारबंद जवानों की तैनाती की गई। हॉस्पिटल में अचानक एंट्री बंद की गई, गलियों में इकट्ठा हो रही भीड़ को पुलिस काफी देर तक खदेड़ती रही। शाम करीब 6.30 बजे कुछ लोग हॉस्पिटल की दीवार फांदकर मॉर्चुरी के बाहर पहुंचे और नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने लोगों को मोर्चरी के बाहर से भगाया तो दूर खड़े होकर नारेबाजी करने लगे। पुलिस-प्रशासन व जनप्रतिनिधियों की समझाइश और बातचीत के बाद माहौल शांत हुआ।