Ola times /जयपुर।
सेंट्रल प्रोटेक्शन बिल की मांग को लेकर रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल शनिवार सुबह से ही जारी है। रेजिडेंट डॉक्टरों ने 24 घंटे के लिए इमरजेंसी और आईसीयू में काम करना भी बंद कर दिया। प्रदेश् के निजी-सरकारी अस्पतालों में ओपीडी बंद रही। दिनभर मरीज अस्पताल पहुंचते रहे और हड़ताल के कारण उनको परेशानी का सामना करना पड़ा।
शनिवार को रेजिडेंट डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने से जयपुर के एसएमएस, महात्मा गांधी अस्पताल, जोध्मपुर के एमडीएम हॉस्पिटल, एम्स, महात्मा गांधी हॉस्पिटल व उम्मेद हॉस्पिटल में कई मरीजों का ऑपरेशन भी टाला गया है। हॉस्पिटल में एडमिट व इमरजेंसी में मरीजों की जिम्मेदारी सीनियर रेजिडेंट, सहायक आचार्य, वरिष्ठ आचार्य और सहआचार्य पर आ गई है।
Resident Doctors Strike: सरकारी-निजी अस्पतालों की ओपीडी बंद, दिनभर मरीज होते रहे परेशान
कोलकाता के आरजी कर हॉस्पिटल में रेजिडेंट डॉक्टर से रेप व उसकी हत्या के मामले में पिछले पांच दिनों से रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर चल रहे है। यह हड़ताल डॉक्टरों के लिए कार्य स्थल पर सुरक्षा को लेकर जुड़ी है। जिसमें सभी सेंट्रल प्रोटेक्शन बिल की मांग कर रहे है।
रेजिडेंट डॉक्टरों की इस हड़ताल का चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े सभी कर्मचारी किसी न किसी तरह से सपोर्ट कर रहे है। शनिवार को सभी हॉस्पिटल का नर्सिंग स्टॉफ ने रेजिडेंट की हड़ताल का समर्थन करते हुए काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। वहीं हॉस्पिटल में लगे सभी संविदा कर्मी रेजिडेंट ने भी समर्थन दिया है।