शिक्षा मंत्री मदन दिलावर बोले- गाइडलाइन लागू करवाना शिक्षकों की जिम्मेदारी
Ola times /जयपुर।
प्रदेश के उदयपुर शहर स्थित एक राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल में शनिवार सुबह लंच ब्रेक के दौरान दो छात्रों के बीच हुए हिंसक घटनाक्रम के बाद शिक्षा विभाग एक्टिव हो गया है। शिक्षा विभाग ने शनिवार को स्कूलों में स्टूडेंट्स को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है। स्टूडेंट्स स्कूल में धारदार हथियार, चाकू, कैंची, छुरी के साथ कोई भी नुकीली वस्तु नहीं ले जा सकेंगे। इसको लेकर शिक्षकों को भी स्टूडेंट्स को गाइड करने के साथ स्कूल बैग की जांच करनी होगी। किसी स्टूडेंट के पास ऐसी कोई भी सामग्री बरामद हुई तो उसके विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
नोटिस बोर्ड पर चस्पा होगी सूचना
माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक आशीष मोदी ने बताया कि स्टूडेंट्स के लिए स्कूल सबसे सेफ जगह होनी चाहिए। यहां किसी तरह की हिंसा का स्थान नहीं होना चाहिए। इसी बात को ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग ने गाइडलाइन जारी की है।
स्कूल में किसी तरह के नुकीले या धारदार उपकरण का इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा। नई गाइडलाइन को लेकर प्रदेश के सभी स्कूलों के नोटिस बोर्ड पर सार्वजनिक सूचना चस्पा की जाएगी। साथ ही प्रार्थना सभा में भी शिक्षक विद्यार्थियों को इस गाइडलाइन से अवगत कराएंगे। ताकि ऐसी हिंसक घटनाओं को रोका जा सकें।
Education department issued guidelines: स्कूलों में स्टूडेंट्स कैंची, चाकू और नुकीली वस्तुएं साथ लाए तो होगी सख्त कार्रवाई
मोदी ने कहा कि टीचर्स द्वारा रैंडमली स्टूडेंट्स की चेकिंग की जाएगी। उनके स्कूल बैग भी चेक किए जाएंगे। ऐसे में अगर उनके पास से किसी भी तरह का नुकीला या फिर नुकसान करने वाला सामान मिलता है। उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। इसके साथ ही अगर स्कूल टीचर को बच्चों के व्यवहार में अचानक परिवर्तन लगता है तो निगरानी और काउंसलिंग करेंगे। उनके पेरेंट्स को भी इसकी जानकारी देंगे।
गाइडलाइन लागू करना शिक्षकों की जिम्मेदारी
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा- स्कूल शिक्षा का मंदिर है। यहां किसी प्रकार की हिंसापूर्ण घटनाक्रम की जगह नहीं है। इसलिए गाइडलाइन जारी की है। गाइडलाइन को लागू करना सभी टीचर्स की जिम्मेदारी होगी। ऐसे में अगर कोई स्टूडेंट लापरवाही बरतता है तो पहले शिक्षक उनके पेरेंट्स को सूचना देंगे। अगर सुधार नहीं होता है तो स्टूडेंट के खिलाफ कार्रवाई होगी।